टॉप हिन्दी करेंट अफेयर्स : 23 मार्च 2021
📌 के अंतर्गत आज के शीर्ष करेंट अफ़ेयर्स को शामिल किया गया है जिसमें मुख्य रूप से गांधी शांति पुरस्कार 2020 और कोरोना वायरस आदि शामिल हैं।
▪️ 67th National Awards: 'छिछोरे' बनी बेस्ट हिंदी फिल्म, यहां देखें – पूरी लिस्ट
धनुष और मनोज बाजपेयी को संयुक्त रूप से सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। 'मणिकर्णिका- दि क्वीन ऑफ झांसी' और 'पंगा' मूवी के लिए कंगना रनौत को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार से नवाजा गया है। इस दौरान मलयालम फिल्म जल्लीकट्टू को बेस्ट सिनेमैटोग्राफी के लिए नेशनल अवॉर्ड दिया गया।
67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार सेरेमनी का आयोजन 22 मार्च 2021 को हुआ। कोरोना वायरस महामारी के चलते यह सेरेमनी एक साल लेट हुई। हर साल 03 मई को होने वाली इस अवॉर्ड सेरेमनी का आयोजन नेशनल मीडिया सेंटर में हुआ, जहां पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा की।
▪️ गांधी शांति पुरस्कार 2020: बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान को सम्मानित किया गया।
मंत्रालय ने बताया कि साल 2019 का गांधी शांति पुरस्कार भारत के साथ संबंधों को मजबूत करने और खाड़ी क्षेत्र में शांति तथा अहिंसा को बढ़ावा देने के उनके प्रयासों को मान्यता देने के लिए ओमान के (दिवंगत) सुल्तान काबूस बिन सैद अल सैद को प्रदान किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गांधी शांति पुरस्कार 2020 को हमारे उपमहाद्वीप के महानतम नेताओं में से एक बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान को दिया गया है। साल 2020 में बंगबंधु की जन्म शताब्दी को चिह्नित किया गया। वे अपने लाखों प्रशंसकों के लिए अदम्य साहस और अथक संघर्ष के प्रतीक हैं।
▪️ प्रधानमंत्री मोदी ने जल शक्ति अभियान की शुरुआत की।
प्रधानमंत्री ने इस मौके पर अपने संबोधन में कहा कि मुझे खुशी है कि जलशक्ति के प्रति जागरूकता बढ़ रही है और प्रयास भी बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज भारत में पानी की समस्या के समाधान के लिए 'कैच द रैन' की शुरुआत के साथ ही केन बेतवा लिंक नहर के लिए भी बहुत बड़ा कदम उठाया गया है।
देश के सभी शहरी व ग्रामीण इलाकों में शुरू होने वाले इस अभियान का थीम 'catch the rain, where it falls, when it falls' है। ये अभियान 22 मार्च से 30 नवंबर तक चलेगा। इस दौरान सभी शहरी और ग्राणीण क्षेत्रों के लोगों को जागरुक किया जाएगा और ये बताया जाएगा की किस तरह से वह जल बचाकर अपने भविष्य को बेहतर कर सकते हैं।
▪️ शहीद दिवस 2021: जानें 23 मार्च को ही क्यों मनाते हैं शहीद दिवस।
अंग्रेजी हुकूमत ने भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को 23 मार्च को ही फांसी पर लटका दिया गया था। ये तीनों ही भारत के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं। भारत के इन नवयुवकों ने महात्मा गांधी से अलग रास्ता अपनाया था लेकिन यह देश के कल्याण के लिए था। इतनी कम उम्र में इस बहादुरी के साथ देश के लिए प्राण न्यौछावर करने वाले इन वीर सपूतों को श्रद्धांजलि देने हेतु ही 23 मार्च को शहीद दिवस मनाया जाता है।
शहीद दिवस को मनाकर हम न केवल शहीदों को श्रद्धांजलि देते हैं बल्कि आज की पीढ़ी को उन शहीदों के जीवन और बलिदानों से परिचित भी कराते हैं। भगत सिंह ने देश की आजादी के लिए जिस साहस के साथ शक्तिशाली ब्रिटिश सरकार का मुकाबला किया, वह युवकों के लिए हमेशा ही एक बहुत बड़ा आदर्श बना रहेगा।
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